नई पुस्तकें >> हिंदी बाल कोष हिंदी बाल कोषकुसुम खेमानी
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उपयुक्त ज्ञान कराने में चित्र बहुत सहायक होते हैं। हिंदी में ऐसे सचित्र कोश नहीं हैं। प्रस्तुत कोश इस दृष्टि से बेजोड़ है
प्रस्तुत कोश कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। इसके लिए हिंदी प्रदेश में निर्धारित पाँचवें दर्जे तक की सभी पाठ्य पुस्तकें मँगवाई गईं और उनमें से शब्दों को संग्रह करवाया गया। बारंबारता की पद्धति से तैयार की हुई शब्दावलियों को भी हस्तगत किया गया। इस प्रकार शब्दावली का एक स्तर निश्चित हुआ।
इस शब्दकोश में लगभग छह हजार शब्द हैं जो प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी और आवश्यक हैं। अर्थों का चुनाव भी इसी दृष्टि से किया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रत्येक शब्द का प्रयोग जैसा कि शिष्ट हिंदी में होता है, अत्यंत सटीक उदाहरणों द्वारा समझाया गया है।
उपयुक्त ज्ञान कराने में चित्र बहुत सहायक होते हैं। हिंदी में ऐसे सचित्र कोश नहीं हैं। प्रस्तुत कोश इस दृष्टि से बेजोड़ है।
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